अंकगणितीय लॉजिक यूनिट (ALU) किसी भी कंप्यूटर प्रोसेसर का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह यूनिट विभिन्न प्रकार के अंकगणितीय और तार्किक (लॉजिक) ऑपरेशनों को निष्पादित करने के लिए जिम्मेदार होती है। आइए हम इस यूनिट के कार्य, संरचना, और इसके महत्व के बारे में विस्तार से समझते हैं। परिचय ALU कंप्यूटर का वह हिस्सा है जो गणनाएँ करता है। यह मुख्य रूप से दो प्रकार के ऑपरेशनों को संभालता है: अंकगणितीय ऑपरेशन्स : जैसे जोड़, घटाना, गुणा और भाग। लॉजिक ऑपरेशन्स : जैसे AND, OR, NOT, XOR आदि। ALU का कार्य ALU का मुख्य कार्य डेटा प्रोसेसिंग है। इसे एक या एक से अधिक ऑपरेशन्स के लिए डिज़ाइन किया गया है। ALU का काम निम्नलिखित कार्यों को शामिल करता है: अंकगणितीय ऑपरेशन्स : इसमें बाइनरी नंबरों की जोड़, घटाना, गुणा और भाग शामिल हैं। उदाहरण के लिए, जब हम किसी दो नंबरों को जोड़ते हैं, तो ALU इन नंबरों को बाइनरी में बदलकर जोड़ता है और परिणाम देता है। लॉजिक ऑपरेशन्स : इसमें लॉजिक गेट्स का उपयोग होता है। AND, OR, NOT और XOR जैसे ऑपरेशन्स को निष्पादित किया जाता है। शिफ्ट ऑपरेशन्स : इसमें बाइनरी नंबरों के बिट्स को बाई...